Artificial या Synthetic (कृत्रिम) Hair Transplant क्या है ? फायदे और नुक्सान

गंजा होना किसी को भी पसंद नहीं है, चाहे वो जवान हो या बुजुर्ग. इसी लिए में आपको Artificial या Synthetic (कृत्रिम) Hair Transplant क्या है? की जानकारी देने वाला हूँ जिसमे आपको Artificial या Synthetic (कृत्रिम) Hair Transplant के फायदे और Artificial या Synthetic (कृत्रिम) Hair Transplant के नुक्सान हिंदी में भी बताउंगा जिससे आपको सब कुछ बिलकुल किलियर हो जाएगा. तो चलिए आगे बढ़ते हैं –

Artificial YA Synthetic Hair Transplant KYA HAI

Artificial या Synthetic(कृत्रिम) Hair Transplant क्या है? फायदे और नुक्सान

सिंथेटिक हेयर ट्रांसप्लांट पूरे विश्व में बहुत ही लोकप्रिय विधि है बालों को दोबारा पाने की. इसकी शुरुआत सबसे पहले सन 1970 में की गयी थी जिसने पूरी दुनियां में गंजे लोगों को एक नयी उम्मीद प्रदान की. आज की इस पोस्ट में हम इस विधि से सम्बंधित सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे डिटेल में. जैसे की सिंथेटिक हेयर ट्रांसप्लांट कैसे किया जाता है इसके क्या फायदे हैं और इसकी कंडीसन क्या है, सिंथेटिक हेयर ट्रांसप्लांट किन लोगों को करना चाहिए

शुरू करने से पहले हम ये पहले ही बताना चाहेंगे की ये विधि विग या किसी प्रकार की सर्जरी का उल्लेख नहीं करती है. हाँ एक बात जरुर है की इस विधि में बालों को एक एक करके उस जगह पर प्लांट किया जाता है जिस जगह पर बाल नहीं होते हैं, जैसा की सर्जरीकल हेयर ट्रांसप्लांट में किया जाता है, पर इसमें कोई सर्जरी या चीरा फाड़ि नहीं होती है.

Artificial या Synthetic (कृत्रिम) Hair Transplant क्या है?

यह नवीनतम तकनीक है, जिसमें प्राकृतिक दिखने वाले सिंथेटिक हेयर को एक मरीज की खोपड़ी में ट्रांसप्लांट (प्रत्यारोपित) किया जाता है. बहुत बड़ा गँजा क्षेत्र जिसमे बाल नहीं होते हैं जिन्हें प्राकृतिक बालों से नहीं ढका जा सकता है उन्हें भी कवर किया जाता है.

जैसा कि ट्रांसप्लांट से स्पष्ट है कि इसमें बालों को ट्रांसप्लांट किया जाता है. यह एक ऐसी प्रोसेस है जिसमे गजे क्षेत्र में एक एक करके बालों को प्लांट किया जाता है जो दिखने में बिल्कुल ओरिजनल होते हैं पर ये पूरी तरह से आर्टिफिसियल हेयर होते हैं जो की बायो फाइबर से बने होते हैं जो अलग-अलग कलर, अलग-अलग लेंथ के होते हैं जिनको कोई भी लुक दिया जा सकता है. इसको बायो फाइबर हेयर ट्रांसप्लांट भी खा जाता है.

बायो फाइबर हेयर ट्रांसप्लांट प्रक्रिया पर पहली बार 1983 में उत्तरी अमेरिका में खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) ने प्रतिबंध लगा दिया था. उत्तरी अमेरिका के बाद अन्य देशों ने भी इस प्रक्रिया पर प्रतिबंध लगा दिया. आज, कुछ क्लीनिक अभी भी Artificial या Synthetic(कृत्रिम) Hair Transplant की पेशकश करते हैं, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने ऐसे फाइबर विकसित करके सुधार किया है जिनमें अधिक जैविक संगतता है, जिसमे कोई साइड एफेक्ट नहीं है

Artificial या Synthetic(कृत्रिम) Hair Transplant (Process) कैसे किया जाता है?

इस प्रोसेस में थोड़ा बहुत जोखिम भी शामिल होता है क्योंकि इसमें भले ही कोई सर्जरी न हो पर है तो ट्रांस्पलेंट. यही कारण है कि रोगी को इस प्रक्रिया में शामिल करने से पहले उसका पूरी तरह से चेकअप किया जाता है, कई तरह के चिकित्सा परीक्षण करना अनिवार्य होता है. Artificial या Synthetic(कृत्रिम) Hair Transplant में ये भी परखा जाता है कि जो व्यक्ति ट्रांसप्लांट करवाना चाहता है उसका शरीर सिंथेटिक हेयर एक्सेप्ट कर पाता है या नहीं.

डॉक्टर ये पूरी प्रक्रिया एक साथ नहीं करते हैं मतलब यदि आपके सर में 5000 बाल ट्रांसप्लांट किया जाना है तो डॉक्टर एक महीने की अवधि के अंतर्गत एक सफ्ताह में थोड़ा थोड़ा करके आपके सर में 5000 बाल प्लांट कर देते हैं. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि यदि कोई इन्फेक्शन या साइड एफेक्ट हो तो पता चल जाए. जब आप सारे टेस्ट पास कर लेते हैं तभी ट्रांप्लांट किया जात हैं.

इस प्रोसेस में सिंथेटिक बालों को आपकी खोपड़ी में 0.3 mm गहराई अंदर तक लगाया जाता है, एक पेनी सुई जैसी कलम के सहारे. बाल को खोपड़ी में डालने से पहले उसमे एक गाँठ लगा दी जाती है और एक पेनी सुई के शहरे सर में 0.3mm तक गहरा गाड़ दिया जाता है, वो गाँठ अंदर जाके फस जाती है जिससे बाल दोबारा बाहर न आ पायें.

Artificial या Synthetic Hair Transplant किसे करना चाहिए

आर्टिफिसियल हेयर ट्रांसप्लांट ऐसे लोगों के लिए बनाया गया है जो अपने सर की सर्जरी नहीं कराना चाहते हैं या जिनके पास पर्याप्त डोनर एरिया यानी सर के पीछे बाल नहीं होते हैं. ऐसे लोगों के लिए यह मेथड वरदान से कम नहीं है. सिंथेटिक हेयर ट्रांसप्लांट उन लोगों के लिए भी उपयोगी जो एक ही दिन में और कम पैसों में ट्रांस्पलेंट करवाना चाहते हैं.

ये मेथड खासकर उनके लिए है जिनको सर्जरी या चीर फाड़ से डर लगता है, जिनको कोई बीमारी होती है जिसके कारण वो सर्जरी नहीं करा सकते हैं या अन्य कोई शारीरिक समस्या हो. ये हेयर ट्रांस्पलेंट सर्जरीकल हेयर ट्रांसप्लांट का एक वैकल्पिक रूप है.

Artificial या Synthetic Hair Transplant के फायदे.

1. समय की बचत - इसका सबसे बड़ा फायदा यही है कि इसमें आपको बाल के बढ़ने का इन्तजार नहीं करना पढता है. परिणाम एक ही दिन में मिल जाते हैं बिलकुल प्राकृतिक और सुन्दर बालों के रूप में. यदि आपकी या परिवार में किसी की शादी है तो आप तत्काल ही ट्रांसप्लांट करवा सकते हैं.

यदि आप इसे भविष्य में हटकर सर्जरीकल हेयर ट्रांसप्लांट करना चाहते हैं तो करा सकते हैं.

2. कॉस्मेटिक यूज कर सकते हैं - ये बिल्कुल नैचुरल बालों की तरह होते हैं जिसमे आप किसी भी प्रकार का आयल, शेम्पू या जेल वगैरह लगा सकते हैं.

3. डोनर क्षेत्र की जरूरत नहीं - इसमें डोनर एरिया की कोई जरुरत नहीं पड़ती है यानी आपके सर में बाल न भी हों तो भी ये आसानी के साथ किया जा सकता है.

4. साइड इफेक्ट का खतरा कम - ये एक ऐसी विधि है केश प्रत्यारोपण की जिसमें साइड इफेक्ट का खतरा कम होता है, जैसे खोपड़ी में खुजली चलना, जलन होना, फोड़े फुंसी होना, घाव होना आदि.

Artificial या Synthetic Hair Transplant के नुक्सान हिंदी में

1. परमानेंट सलूशन हैं - यदि आप सोचते हैं कि एक बार सिंथेटिक हेयर ट्रांसप्लांट करवा लेते हैं और फ्री हो जाएँ तो ऐसा नहीं है. ये गंजेपन की टेम्परेरी प्रक्रिया है क्योंकि इसमें हर साल 15-20 % बालों का झड़ना तय होता है. आपको हर साल ट्रांसप्लांट करवाना पड़ता है.

2. Regular cleaning की जरुरत - इन आर्टिफिशियल बालों को कम से कम 2-3 महीनो में साफ़ करना जरुरी होता है क्योंकि इनमे सीबम प्लग का निर्माण होता है. यदि इनको समय पर साफ़ नहीं किया जाता है तो इंफेक्शन और झड़ने के चांस ज्यादा होते हैं.

हालाँकि इनको साफ़ करना बहुत आसान होता है जिसको एक बार बताने से कोई भी कर सकता है.

3. टेस्ट करना जरुरी - ट्रांसप्लांट करने से पहले आपके सर में कम से कम 100 बाल लगाकर टेस्ट किये जाते हैं ताकि कोई दिक्कत न हो. यदि सब कुछ नार्मल रहा तो ही ट्रांसप्लांट किया जाता है.

4. रेगुलर मेंटेनेस जरुरी होता है - इसके लिए आपको रेगुलर शैम्पू के अलावा कुछ इस्पेशल शैम्पू और हेयर केयर प्रोडक्ट का यूज करना होता है.

5. अन्य हानि - हेयर ट्रांसप्लांट के बाद पेसेंट के सर पर सूजन या संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. ये सूजन एक गाँठ को सर पर बना देगा जो आपके सुन्दरता को कम करेगा. हालांकि ऐसा बहुत कम केस में होता है

Artificial या Synthetic Hair Transplant से प्राकृतिक लुक मिलेगा.

इस प्रश्न का उत्तर देना थोड़ा मुश्किल है. बस में इस विषय पर अपने तथा एक्सपर्ट के विचार देना चाहूंगा. यह सवाल हर उस व्यक्ति का है जो अपने गंजेपन को दूर करना चाहता है और हो भी क्यों न. आज कल हर छोटी से छोटी जीज का रिजल्ट देखकर ही उस पर पैसा लगाया जाता है.

बायो फाइबर हेयर ट्रांसप्लांट में डॉक्टर अपनी पूरी कोशिश करते हैं की आपको बिल्कुल नेचुरल लुक मिले, पर हम सब जानते हैं कि ये हमारे शरीर का हिस्सा नहीं है. तो सोभाविक सी बात है की जैसे-जैसे समय निकलता जाएगा वैसे-वैसे ये अपना रूप परिवर्तित करने लगेंगे, यानी कुछ हद तक ख़राब होने लगते हैं. यही कारण है कि हर वर्ष आपको कुछ बालों को ट्रांस्पलेंट करना पड़ेगा ताकि कृत्रिम बाल अपने सही रूप में रहे.

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निष्कर्ष

अंत में यही कहना चाहूंगा कि Artificial या Synthetic(कृत्रिम) Hair Transplan उन लोगों के लिए है जिनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. वैसे आपको Artificial या Synthetic (कृत्रिम) Hair Transplant के फायदे (advantages) और Artificial या Synthetic (कृत्रिम) Hair Transplant के नुक्सान (disadvantages) पढ़कर इस्पष्ट हो ही गया होगा की ये किसके लिए सही है.

इस विषय में सबसे महत्वपूर्ण बात ये है की ये कोई इस्थायी समाधान नहीं है. यदि आप जानना चाहते हैं कि बालों की परमानेंट सॉल्यूशन क्या है तो लिंक पर क्लिक करें

Prashant Dubey

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