माता पिता से लेकर पूरा परिवार खुशी से उछल पड़ता है जब उनको पता चलता है की उनके घर में एक नया मेहमान आने वाला है पर उससे पहले माँ को प्रेगनेंसी में क्या खाएं और क्या नहीं जानकारी होना बहुत जरूरी है तभी बच्चा स्वस्थ पैदा होता है. पहले महीने से नौवें महीने तक एक माँ को कुछ सावधानियां रखनी होतीं हैं जिसकी जानकारी आज में आपको देने वाला हूँ.
वैसे तो हर प्रेग्नेंट महिला पूरी कोसिस करती है की उसका बच्चा हास्त पुष्ट पेदा हो लेकिन कुछ बातें उनको भी पता नहीं होतीं है कि प्रेगनेंसी के के समय किन बातों पर गौर करना चाहिए खासकर खान पान से सम्बंधित. बच्चा पैदा होने के बाद पूरे परिवार का माहौल बदल जाता है कहकर माता पिता की जिंदगी में पहले के मुकाबले खुशी दो गुनी हो जाती है.
प्रेगनेंसी में क्या खाएं और क्या नहीं की जानकारी रखना क्यों है जरूरी
प्रेगनेंसी में क्या खाएं और क्या नहीं की जानकारी इसलिए जरूरी है क्योंकि कभी कभी एक छोटी सी मिस्टेक आपके बच्चे पर बहुत बुरा असर डाल सकती है. 9 महीने तक खान पान की देख रेख आपके होने बच्चे के स्वाथ्य के लिए बहुत जरूरी है.
प्रेगनेंसी में आप क्या क्या खा या पी रही है यही आपके होने वाले बच्चे का स्वाथ्य डिसाइड करती है. आप जो भी खाती पीती हैं उसका सीधा कनेक्शन आपके पेट में पल रहे बच्चे से होता है, आप सही आहार लेतीं है तो आपका बच्चा बिलकुल स्वस्थ पैदा होगा.
यदि इसके विपरीत आप सही ढंग से नहीं खाती हैं तो आगे चलके आपके बच्चे के लिए हानिकारक प्रभाव डाल सकतीं हैं. एक छोटी सी चूक से हो सकता है आपको जिंदगी भर खामयाजा भुगतना पड़े इसीलिए प्रेग्नेंसी में खान पान का ध्यान रखें.
प्रेगनेंसी में क्या खाएं और क्या नहीं - 1 से 9 महीने की पूरी लिस्ट
यदि आप किसी डॉक्टर के पास यही सलाह लेने जजते हैं कि गर्भ के दौरान क्या खाएं और क्या नहीं तो वो भी आपको इन्हीं सब बातों के बारे में बताएंगे जो में आपको बताने वाला हूँ. डॉक्टर हर वो चीज बताएँगे जिससे माँ और बच्चा दोनों ठीक रहे.
प्रगनेंसी हर एक महिला के लिए बहुत ख़ास पल होता है इसलिए खाने पीने को लेकर सतर्क रहना होता है पर ज्यादातर महिलाए इससे अनजान होतीं हैं. इसका खामयाजा उनको डिलेवरी के वक्त उठाना पड़ सकता है. आप नीचे दिए गए डाइट प्लान को समझें और प्रेगनेंसी में होने वाली परेशानियों से बचें
प्रेगनेंसी में क्या खाएं - 1 से 9 महीने
1 से 3 महीने के बीच क्या खाना चाहिए
पहले तीन महीने में आपको उलटी हो सकतीं हैं इसीलिए समय समय पर खाते रहें एवं खूब पानी पिएं ताकि अपशिस्ट पदार्थ शरीर से बाहर निकलें. नियमित जूस पीती रहें एवं ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करें जैसे नारियल का पानी आदि.
3 से 6 महीने के बीच क्या खाना चाहिए
हर विशेषग्य का यही कहना होता है की 3 से 6 महीने में गर्भवती महिला का वजन ज्यादा होना चाहिए क्योंकि इस समय में बच्चे का विकास होता है. इसलिए इस अंतराल में महिला को आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड युक्त आहार लेना चाहिए.
इस दौरान पाचन तंत्र का भी ख्याल रखना चाहिए इसीलिए ऐसी चीजें खाएं तो आसानी से पच सकें जैसे दूध-दही और हरी पत्तीदार सब्जियों का सेवन ज्यादा करें.
6 से 9 महीने के बीच क्या खाना चाहिए
एक दिन में 1 लीटर दूध जरूर पिएं क्योंकि इसमें सभी विटामिल, कैल्शियम मौजूद होते हैं. अपने खाने में आधा भोजन दाल चावल भी रखने की कोसिस करें. इसके आलावा कुछ और चीजें है जो नीचे दी गई हैं -
साबुत अनाज का सेवन करें.
फाइबर वाले खाद्य पदार्थ को ज्यादा से ज्यादा खाएं.
डेयरी उत्पादों का सेवन करते रहें.
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प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाएं
प्रेग्नेंसी में निम्नलिखित चीजों को नहीं खाना चाहिए
शराब व सिगरेट.
बैंगन (भटा).
बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई न लें
कच्ची सब्ज़ियां.
ज्यादा चाय-कॉफी या चॉकलेट आदि.
करेला.
कच्चा मांस.
पत्ता गोभी.
आलू.
अंडे की सब्ज़ी.
कच्चे मांस की सब्ज़ी.
कैफ़ीन वाली चीज़ें.
पपीता.
काले अंगूर.
ज़्यादा शक्कर.
प्रेगनेंसी में ध्यान देने योग्य बात
जाहिर सी बात है की आप प्रेगनेंसी में किसी भी प्रकार के रिस्क से बचना चाहेंगे ताकि आपका बच्चा स्वथ पैदा हो सके. आपको ऊपर बताए गए पदार्थों का सेवन तो करना ही है एवं कुछ को खाने से बचना भी है इसके साथ ही थोड़ा बहुत व्यायाम भी करना है.
ये तो सभी जरूरी चीजें है जो करना ही है पर इसके साथ में डॉक्टर से सलाह भी लेते रहना है जो की बेहद जरूरी है. नियमित जांच भी कराते रहना है जो डॉक्टर्स बोले.
एक बात का ध्यान भी रखें कि यदि किसी व्यायाम करने से किसी भी प्रकार का दर्द हो या दबाब हो तो उस व्ययाम को बंद करें, कुछ भी जबरजस्ती न करें. व्यायाम करते वक्त किसी को अपने साथ रखें, अकेले न करें.
एक और अहम बात की कुछ भी कहने-पीने या व्यायाम करने से पहले डॉक्टर्स से सलाह जरूर लें. अपने मन से कुछ भी न करें.
👉 डिस्क्लेमर - यह एक सामान्य जानकारी है, यदि आप किसी बीमारी से परेशान हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें और उनके बताए गए तरीकों/दवाओं को फॉलो करें.
निष्कर्ष
तो ये रही प्रेगनेंसी में क्या खाएं और क्या नहीं - 1 से 9 महीने की पूरी लिस्ट से सम्बंधित सामान्य जानकारी. यदि आपको किसी भी तरह की दिक्कत है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें और यदि जानकारी पसंद आई हो तो इसे शेयर करें.