हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होना किस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं ?

दोस्तों हम अपने जीवम में कई बार हाथ पैरों में झनझनाहट महसूस करते हैं जो एक आम बात है. यह कुछ समय बाद अपने आप ठीक भी हो जाती है. पर क्या आप जानते हैं की हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होना किस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं ? आज की पोस्ट में इसी विषय पर विस्तार से बात करने वाले हैं एवं हाथ पैरों में झुनझुनी का एहसास के उपाय भी बताए जाएंगे.

दोस्तों आज की पोस्ट पढ़ने के बाद आपको पता चल जायेगा कि हाथ पैरों में झुनझुनाहट क्यों होती है एवं इसके लक्षण और उपाय भी बताए जाने वाले हैं. हाथ व पैर तब सबसे ज्यादा झुन्न होते हैं जब एक ही स्थिति में बहुत देर तक बैठा जाए जो सभी के साथ होता है एवं ये आम बात भी है. पर यदि आपके साथ यह लगातार हो रहा है तो थोड़ा ध्यान देने की बात है क्योंकि यह कोई बीमारी के लक्षण भी हो सकती हैं.

Weakness and feeling of tingling in hands and feet can be the symptoms of which disease

हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास क्यों होता है?

 जो लोग एक ऐसी जॉब करते हैं जिसमे लगातार एक ही जगह पर बैठना होता है जो हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होने लगता है. कई बार तो झुंझुनि इतनी बढ़ जाती है की आपके झुनझुनाहट वाले हिस्से पर यदि कोई सुई चुभो दे तो भी पता नहीं चलता है.

कई लोग ऐसे भी होते हैं जो झुंझुनि के वक्त हाथ पैरों में दर्द भी महसूस करते हैं. पैरों में झनझनाहट एक ही जगह पर काफी देर तक बैठने पर भी हो जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नसों में दबाब बढ़ता है. लेकिन यदि आप अपनी बैठक की स्थिति का बदल लेते हैं तो ये कुछ ही देर में ठीक भी हो जाती है.

ये सभी बातें तो नार्मल होतीं हैं जो सभी के साथ होतीं हैं पर कुछ ऐसे भो लोग हैं जिनको ये समस्या बार बार और लगार होती है. ऐसे लोगों को हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होना है किस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं कारण और उपाय जरूर जानना चाहिए.

हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होने के कारण और उपाय

1. पैर की नसों पर दबाब के कारण

जब कोई इंसान एक ही पोजीशन में अपने पैरों को मोड़कर बहुत लम्बे समय तक बैठा रहता है तो पैरों की नसों पर दबाब बढ़ता है जिसके कारण पैर झुन्न हो जाते हैं.

उपाय

पैरों की झुनझुनी दूर करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी बैठक की स्थिति को बदल लेना चाहिए जिससे नसों का दबाब कम होता है एवं झुनझुनी अपने आप ही ठीक हो जाती है.

2. डायबिटीज के कारण

हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होना का एक मुख्य कारण डायबिटीज भी है. हाथ पैर झुन्न होना डायबिटीज का एक शुरुआती लक्षण माना जाता है. इस प्रकार की झुनझुनाहट पैर के निचले हिस्से यानी तलुओं से शुरू होकर पूरे पैर में फैल जाती है.

जिस व्यक्ति को डायबिटीज की बीमारी है उनको यह समस्या आम बात है और साथ में जलन भी होती है. 70 से 80 परसेंट इस बीमारी के लोगों में यह दिक्कत पाई जाती है. डायबिटीज के मरीजों में जब शुगर लेवल बहुत हाई या बहुत लो  हो जाता है तब पैर की नसों जाम या डेमेज हो जातीं हैं जिसके कारण या दिक्कत आती है.

ये भी पढ़ें - डायबिटीज किस उम्र में होता है 

उपाय

हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास यदि डायबिटीज है तो इसके लिए आपको अपने शुगर लेवल को कंट्रोल करना जरूरी होता है. किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लें और वो जो भी ट्रीटमेंट दे उसे फॉलो करें.

3.बिटामिन बी 12 की कमी के कारण

यदि किसी के शरीर में बिटामिन बी 12 पर्याप्त मात्रा में नहीं है तो तो उसको झनझनाहट का सामना करना पढ़ता है. 50 साल के ऊपर वाले व्यक्तियों यह समस्या ज्यादा होती है जिसमे कमजोरी, थकान और पाचन क्रिया की समस्याएं शामिल हैं.

उपाय

इस समस्या के निदान के लिए आपको सबसे पहले अपने शरीर में बिटामिन बी 12 को उसके सन्तुलित लेवल पर लाना होगा. बिटामिन बी 12 को बढ़ाने के लिए आप दवाईयां भी ले सकते हैं पर बिना डॉक्टर्स की सलाह के नहीं लें.

अंडे, सैल्मन फिश, चीज़, दूध और हरी सब्जियां खा के भी आप प्राकृतिक रूप से बी 12 की कमी को शरीर में पूरा कर सकते हैं.

4. प्रेगनेंसी के कारण

जब कोई महिला प्रेग्नेंट होती है तो जैसे जैसे उसका गर्भाशय का आकर बढ़ता वैसे ही उसके पैरों की नसों पर दबाब बढ़ता है जिसके कारण हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होता है. 

ज्यादातर मामलों में ये समस्या डिलेवरी के बाद दूर हो जाती है यदि आपको डिलेवरी के बाद भी झुन्नपन महसूस हो या कमजोरी/सूजन आदि आये तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

ये भी पढ़ें - Pregnancy के बाद Stretch Marks कैसे हटाये

उपाय

  1. ज्यादा से ज्यादा आराम करें
  2. पैरों को लटकाए हुए न रखें
  3. एक ही स्थिति में ज्यादा देर तक न बैठें
  4. पैरों को मोड़कर ज्यादा देर तक न बैठें
  5. थोड़ी थोड़ी देर में बेठक बदलते रहें

5. ज्यादा शराब पीने के कारण

यदि आप एक शराब पीने वाले ऐसे व्यक्ति हैं जिसको इसकी लत लग चुकी है और बहुत ज्यादा सेवन करते हैं तो आपकी नसें तेज रक्त प्रवाह के कारण धीरे धीरे डेमेज होने लगतीं हैं जिसके कारण व्यक्ति को हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होने लगता है.

पुरूष को दो से ज्यादा ड्रिंक और महिला को एक से ज्यादा ड्रिंक नहीं करना चाहिए यदि इससे ज्यादा ड्रिंक रेगुलर की जाती है तो हाथ-पैरों में कमजोरी होती है और आप धीरे धीरे चलने में भी लड़खड़ा सकते हैं.

ये भी पढ़ें - सिगरेट या धूम्रपान छोड़ने के अचूक उपाय क्या हैं

उपाय

इसका एक ही और सीधा सा उपाय है कि आप शराब के सेवन को बंद कर दें. जितने जल्दी शराब से दूर होंगे उतने जल्दी ये समस्या दूर होगी.

हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होना किस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं ?

1. डायबिटीज

हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होना डायबिटीज का संकेत हो सकता है और सभी डॉक्टर्स यही बोलते हैं. यह समस्या पेरीफेरल न्यूरोपैथी या डायबिटिक न्यूरोपैथी से ग्रसित लोगों में सबसे ज्यादा पायी जाती है. इन प्रकार के मरीजों की नसें डेमेज होने लगतीं हैं एवं पैरों में सुन्नपन या झनझनाहट होने लगती है.

2. कोई नस डैमेज

हमारे शरीर में बहुत सारी नसें हैं जिनमे से यदि किसी नस में रक्त के थक्के जम जाएँ या, नस ब्लॉक हो जाये तो इस प्रकार की समस्या आती है. यदि लगातार किसी निश्चित अंग पर लगातार झुन्नपन महसूस हो तो समझ जाएँ कि यह किसी नसों का ब्लॉक होने का संकेत है.

3. अन्य शारीरिक रोग

यदि आप लगातार हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास कर रहे हैं तो समझ लें की लिवर, किडनी, धमनियां डैमेज और रक्त से सम्बंधित बीमारी के लक्षण हैं. आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है.

4. शरीर में पोषण की कमी

हाथ पैरों का झुन्न होना पोषण की कमी के सुद्ध लक्षण हैं कई बार गलत खानपान या कुपोषण के कारण इस प्रकार के लक्षण देखने को मिलते हैं. शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन और मिनरल्स का संतुलन बनाने में पोषण ही मदद करता है और इसकी कमी से नसें प्रॉपर वर्क नहीं कर पाती हैं.

ये भी पढ़ें - स्वस्थ रहने के नियमानुसार स्वस्थ रहने के लिए क्या करना चाहिए

निष्कर्ष

आज मेने इस पोस्ट के तहत हाथ-पैरों में कमजोरी और झुनझुनी का एहसास होना किस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं ? बताने की कोसिस की है एवं इसके कारण एवं निदान के उपाय भी बताए हैं. इस प्रकार की हरकत शरीर में बार बार देखने को मिले तो सम्बंधित डॉक्टर्स के पास जाकर संपर्क करें.

Prashant Dubey

एक टिप्पणी भेजें

कृपया गलत भाषा का इस्तिमाल न करें

और नया पुराने